जिंदगी अब कुछ उलझी सी लग रही है। मुठ्ठी से रेत की तरह फिसलती सी लग रही है। जब तक मां थी उसके आंचल की छांव में सिमटी हुई थी। …
Read moreएक बार बीरबल दरबार में देर से आये तो अकबर ने पूछाः ″देर हो गयी, क्या बात है ?″ बीरबल ने कहाः ″हुजूर ! बच्चा रो रहा था, उसको जरा शांत कराया ।″ ″…तो …
Read moreतलवों में मालिश के चमत्कारी लाभ दायें पैर के तलवे की बायीं हथेली से और बायें पैर के तलवे की दाहिनी हथेली से रोज (प्रत्येक तलवे की) 2-4 मिनट सरसों के …
Read moreये कैसा समय है आया **************** ये कैसा समय है आया चारों तरफ बेबसी का आलम है छाया इतना बेबस कभी न था इंसान किसी घर मातम तो कहीं मायूसी का है स…
Read moreतुलसी के ये गुण जानकर आप चौंक जायेंगे सौन्दर्यः तुलसी की सूखी पत्तियों का चूर्ण पाउडर की तरह चेहरे पर रगड़ने से चेहरे की कांति बढ़ती है और चेहरा स…
Read moreअपने गांव के माटी एइसन छुवते मनवां हरशावे ला पुरखन के धरती बा एइसन उकरा शीश झूकाइला सोचला भर से पहुंच जाइला जैसे माई बोलावेले मनवां त गौवें में लाग…
Read moreमन की मन: स्तिथि खुद ही उलझती सुलझती रहती है जो रख दी बातें सामने अपनों के, मन का बोझ कर हल्का वो स्वछंद फिरा करती है। जो बातें रह गई दबी मन में, मन…
Read moreखजूर मधुर, शीतल, पौष्टिक व सेवन करने के बाद तुरंत शक्ति-स्फूर्ति देनेवाला है । यह रक्त, मांस व वीर्य की वृद्धि करता है । हृदय व मस्तिष्क को शक…
Read moreलिखता हूँ फिर मिटाता हूँ कुछ लिखने की कोशिश करता हूँ मन में अंतर्द्वंदों की सरिता जो बहती है फिर शांत होती उन लहरों की शीतलता देख …
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