कौन सी ऋतु में क्या खाएं और क्या नहीं
खान - पान का हमारे स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है, तो आईये जानते हैं कि किस ऋतु में कौन -कौन सी चीजें हैं जो हमें खानी चाहिए और कौन सी चीजें नहीं खानी चाहिए।
वसंत ऋतु (अप्रैल-मई) चैत्र-वैशाखः
खाने योग्यः गेहूँ, मूँग, चावल, पुराने जौ, तिल का तेल, परवल, सूरन, सहजन, सुआ, मेथी, बैंगन, ताजी नरम मूली, अदरक आदि।
न खाने योग्यः पचने में भारी, शीत, अम्ल, स्निग्ध व मधुर द्रव्य जैसे – गुड़, दही, टमाटर, पालक, पेठा, ककड़ी, खीरा, खरबूजा, तरबूज, केला, बेर, खजूर, नारियल, कटहल, अंजीर, बेलफल, गन्ने का रस, सूखे मेवे, मिठाई, दूध से बने पदार्थ आदि।
ग्रीष्म ऋतु (जून-जुलाई) ज्येष्ठ-आषाढ़ः
खाने योग्यः मधुर, सुपाच्य, जलीय, ताजा, स्निग्ध व शीत गुणयुक्ता गेहूँ, चावल, सत्तू, दूध, घी, लौकी, पेठा, गिल्की, परवल, करेला, चौलाई, पालक, धनिया, पुदीना, ककड़ी, नींबू, अंगूर, खरबूजा, नारियल, अनार, केला, आम आदि।
न खाने योग्यः नमकीन, खट्टा, रूखा, मिर्च-मसालेदार, तला। दही, अमचूर, अचार, इमली, आलू, बैंगन, मटर, चना, टमाटर, गोभी, भिंडी आदि भारी, वायुकारक सब्जियाँ। गरम मसाला, हरी या लाल मिर्च व अदरक अधिक नहीं। छाछ (जीरा, धनिया, सौंफ व मिश्री मिलायी हुई ताजी छाछ ले सकते हैं)।
वर्षा ऋतु (अगस्त-सितम्बर) श्रावण-भाद्रपदः
खाने योग्यः हल्का, ताजा, स्निग्ध, अम्ल रसयुक्त। गेहूँ, मूँग, पुराने जौ, सहजन, परवल, दूधी, सूरन, तोरई, गिल्की, बथुआ, मेथी, पालक, जामुन, अनार, काली द्राक्ष (सूखी), अदरक, लहसुन, हल्दी, सोंठ, पीपरामूल, अजवाईन, इलायची, जीरा, स्याहजीरा, लौंग, तिल का तेल आदि। लघु भोजन, उपवास हितकरा।
न खाने योग्यः गरिष्ठ भोजन, उड़द, चना, अरहर, चौलाई, आलू, केला, आम, अंकुरित अनाज, मैदा, मिठाई, मट्ठा, शीतपेय, आइसक्रीम आदि।
शरद ऋतु (अक्तूबर-नवम्बर) आश्विन-कार्तिकः
खाने योग्यः शीत गुणयुक्त, हलके, कसैले, कड़वे, मीठे पदार्थ। साठी के चावल, गेहूँ, जौ, मूँग, परवल, पेठा, लौकी (घीया), तेरई, चौलाई, पालक, गाजर, आँवला, अनार, पके केले, जामुन, मौसम्मी, सेब, अंजीर, गन्ना, नारियल, जीरा, धनिया, सौंफ। विशेष- गाय का दूध, घी, चावल की खीर, मक्खन-मिश्री व किशमिश, काली द्राक्षा।
न खाने योग्यः तले, तीखे, खट्टे – दही, खट्टी छाछ (ग्रीष्मानुसार), नमकीन, गर्म तासीर वाले व गरिष्ठ पदार्थ, हींग, लाल मिर्च, तिल व सरसों का तेल, बाजरा, मक्का, उड़द की दाल, मूँगफली, अदरक, लहसुन, प्याज, इमली, पुदीना, ककड़ी, मेथी, भिंडी, बैंगन आदि। भरपेट भोजन वर्जित।
हेमन्त ऋतु (दिसम्बर-जनवरी) मार्गशीर्ष-पौष व शिशिर ऋतु (फरवरी-मार्च) माघ-फाल्गुनः
खाने योग्यः मौसमी फल व शाक, दूध, रबडी, घी, मक्खन, मट्ठा, शहद, उड़द, खजूर, तिल, खोपरा, मेथी, पीपर, सूखे मेवे, कच्चे चने (चबा-चबाकर), मूँगफली, गुड़, गाजर, केला, शकरकंद, सिंघाड़ा, आँवला आदि। विशेष- उड़दपाक, सोंठपाक, च्यवनप्राश आदि।
न खाने योग्यः रूक्ष, कसैले, तीखे व कड़वे रसप्रधान द्रव्य, वातकारक व बासी पदार्थ एवं हलका भोजन आदि।
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