चांद की चांदनी से खूबसूरत है तू दिल को भाए वही ऐसी मूरत है तू सिवाय तेरे मन कहीं लगता नहीं मेरे ख्वाबों में तू और ख्यालों में त…
Read moreतू है मुसाफिर काया कोठरी का तू है मुसाफिर काया कोठरी का । एक दिन तो खाली करना पड़ेगा ।। चाहे तू चाहे या तू न चाहे, मर्जी तो तेरी न बिल्कुल चलेग…
Read moreशरीर को सशक्त बनाने के सरल उपाय पुरुषों के लिए जितनी इंच लम्बाई उतना वजन उचित है (जैसे 65 इंच कद हो तो वजन लगभग 65 किलो होना चाहिए) । महिल…
Read moreजिंदगी अब कुछ उलझी सी लग रही है। मुठ्ठी से रेत की तरह फिसलती सी लग रही है। जब तक मां थी उसके आंचल की छांव में सिमटी हुई थी। …
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