तुम्हें कहना है तो कह दो,
इतना सोचती क्या हो।
तुम्हारा दिल धड़कता है मेरे लिए ,
तुम्हारी आंखें बोल देती हैं।
आने दो दिल की बात को होठों पर,
इतना सोचती क्या हो।।
चाहता हूं तुम मेरी हमसफ़र बन जाओ।
मैं तुम्हारा दिल तुम मेरी धड़कन बन जाओ।।
दोनों के अरमानों को पर लग जाएंगे
हमारी जोड़ी देख लोग भी जल जाएंगे
तेरी सादगी ने मुझको,
तेरा कायल बना दिया
टूटे हुए मेरे दिल को,
तेरे काबिल बना दिया।।
खुद से भी मैंने ज्यादा,
चाहा है सिर्फ तुझको,
तेरे प्यार में मैंने खुदको,
पागल बना दिया
साथ देने का वादा किया था जो मुझसे।
न मालूम था मुझको बीच राह छोड़ दोगे।
कर दिल्लगी तुमने दिल चुराया जो मुझसे ।
मुझे क्या पता था मेरा मासूम दिल तोड़ दोगे।।
ख्वाहिश बहुत है मेरी ,
मुझेे तुझसे मिलने की।
मेरा दिल धड़कने के लिए,
तेरी मुस्कान ही काफी है।।
चाह कर कुछ दिल की बातें,
न हम उनसे कह सके।
मगर वो दिल ही क्या जो दिल की,
बातें ही न समझ सके।।
@अरुण पांडेय
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