वक़्त थम जाए
तो अच्छा होता
डर लगता है इसके
यूं गुजरने से
अपनों का अपनों
से बिछड़ने से
वक़्त थम जाए
तो अच्छा होता
मन भारी हो जाता है
यही सोच के
दिल ले रहा हो जैसे
कोई नोच के
वक़्त थम जाए
तो अच्छा होता
जिसके सहारे बसती
हो दुनिया मेरी
क्या ईश्वर को मंजूर
नहीं खुशियां मेरी
वक़्त थम जाए
तो अच्छा होता
@अरुण पांडेय
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